Ruby Arun

Sunday 31 March 2024

इलेक्टोरल बांड स्कैम –बेतहाशा महंगी होती जीवनरक्षक दवाएं

 



महंगे भोजन के साथ अब महंगी दवाओं की मार भी झेलने के लिए तैयार हो जाइए.
क्योंकि कल यानी 1 अप्रैल से 800 से ज्यादा जरूरी दवाओं की कीमत में बेतहाशा बढ़ोतरी हो जाएगी. सरकार इन जीवनरक्षक दवाओं को पूरे 12 फीसदी महंगा कर रही है.
महंगी होने वाली दवाएं बुखार,हार्ट डिजीज, स्किन डिजीज,हाई ब्लड प्रेशर, एंटीबायोटिक्स,एनीमिया की दवाएं, विटामिन्स और आयरन जैसी मेडिसिंस हैं.

इससे पहले साल 2022 में दवाओं की कीमतों में 12 प्रतिशत और 2023 में 10 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई थी.पेरासिटामोल में 130 % जबकि एक्सीसिएंट्स के दामों में 18 से 262 % की वृद्धि, मोदी सरकार ने की है.
पेनिसिलिन जी 175 प्रतिशत महंगा हो गया है. ग्लिसरीन और प्रोपलीन ग्लाइकोल, सिरप, सहित सॉल्वैंट्स 263 प्रतिशत और 83 प्रतिशत महंगे हो गए हैं.

मौजूदा वक्त में, खासकर #COVID19 के बाद में देश की बहुत बड़ी जनसंख्या हार्ट डिजीज, हार्ट फेल्योर और डायबिटीज से जूझ रही है. ऐसे में इन बीमारियों के इलाज में इस्तेमाल होने वाली दवाएं की कीमतों में इजाफा, जानलेवा कदम है.
यह देश की 140 करोड़ जनता के जिंदगियों से सरकार द्वारा किया जाने वाला खिलवाड़ है.
पर सरकार को इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता. क्योंकि चुनाव आयोग की ओर से सार्वजनिक किए गए इलेक्टोरल बॉन्ड के जरिए चंदा देने वाली सूची में 23 फार्मा कंपनीज हैं जिन्होंने बीजेपी को 762 करोड़ रुपए का चंदा दिया है.
और इनमें कई ऐसी दवा कंपनियां हैं जिनकी दवाईयां टेस्ट में फेल होती रही हैं.
मतलब की चुनावी चंदा लेकर, देशवासियों की जान से खेलने का धंधा करने की सरकार ने खुली छूट दे दी है....
ऊपर से मनमानी कीमत बढ़ाने की इजाजत भी.
यानी की मरना तो दोनो सूरतों में है.
महंगे होने की सूरत में इलाज ना करवाने पर भी मरिए. और अगर महंगा इलाज करा भी लिया तो टेस्ट में फेल हुई दवाओं को खाकर मरिए....
देश की जनता भले जान से जाए
चंदा मामा का धंधा चलता रहेगा....

तो बोलिए, राम नाम सत्य है.
आज नहीं तो कल,
आसुरी शक्तियों की भी यही गति है....

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