वक़्त के गुबार में.....
तुम्हारे सीने तक जाने वाली पगडंडी...
जाने कहाँ गुम सी हो गयी है....
और मैं भटकती सी तलाशती हूँ रास्ता....
एक गुमशुदा की तरह........!!
तुम्हारे सीने तक जाने वाली पगडंडी...
जाने कहाँ गुम सी हो गयी है....
और मैं भटकती सी तलाशती हूँ रास्ता....
एक गुमशुदा की तरह........!!
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