Ruby Arun

Thursday, 11 October 2012

के कुछ रात कटे

चाँद की अंगीठी........सितारों के शरारे........
बुझती शब है... ..................
आ......कुछ उपले.........साँसों के......जला लें ...
...........के कुछ रात कटे ...........

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