गजब के रूहानी रिश्ते हैं भाई
चीन के राष्ट्रपति और हमारे प्रधानमंत्री के बीच
सुन लिजिए, उनकी ही ज़बानी 🙄
बताइए जब इतनी आत्मीयता है, इतनी घनिष्ठता है
तो मोदी जी तो बदला लेने की सोच भी नहीं सकते🤔
सुनिए ना मोदी जी बता रहे हैं कि
उनके और जिनपिंग के बीच का रिश्ता लगभग डेढ़ हजार वर्ष पुराना है, क्योंकि जब Xuanzang
भारत आए थे ,तो मोदी जी के गांव गए थे .
फिर चीन वापस लौट कर वे जिनपिंग के गांव गए.
वहां उन्होंने एक किताब लिखी और अपनी किताब में
Xuanzang ने मोदी जी के गांव का जिक्र किया .
जिसे जिनपिंग ने पढ़ा और तभी से जिनपिंग की इच्छा
थी वह मोदी जी के गांव जरूर जाए .
आह्ह ,सचमुच कितना गहरा और ऐतिहासिक है
दोनों का संबंध.
तब तो वर्तमान संकट के लिए मोदी जी अपने
इस बेहद करीबी दोस्त से सीधे, ओबामा की तरह
तू तड़ाक कर के, बोल दें कि
ए जिंनपिंग, औकात में रह
लेकिन नहीं मोदी जी बात नहीं करेंगे
बात करेंगे विदेश मंत्री?
मोदी जी तो बस अपनी रूहानी दोस्ती का ढोल बजायेंगे.
चीन के राष्ट्रपति और हमारे प्रधानमंत्री के बीच
सुन लिजिए, उनकी ही ज़बानी 🙄
बताइए जब इतनी आत्मीयता है, इतनी घनिष्ठता है
तो मोदी जी तो बदला लेने की सोच भी नहीं सकते🤔
सुनिए ना मोदी जी बता रहे हैं कि
उनके और जिनपिंग के बीच का रिश्ता लगभग डेढ़ हजार वर्ष पुराना है, क्योंकि जब Xuanzang
भारत आए थे ,तो मोदी जी के गांव गए थे .
फिर चीन वापस लौट कर वे जिनपिंग के गांव गए.
वहां उन्होंने एक किताब लिखी और अपनी किताब में
Xuanzang ने मोदी जी के गांव का जिक्र किया .
जिसे जिनपिंग ने पढ़ा और तभी से जिनपिंग की इच्छा
थी वह मोदी जी के गांव जरूर जाए .
आह्ह ,सचमुच कितना गहरा और ऐतिहासिक है
दोनों का संबंध.
तब तो वर्तमान संकट के लिए मोदी जी अपने
इस बेहद करीबी दोस्त से सीधे, ओबामा की तरह
तू तड़ाक कर के, बोल दें कि
ए जिंनपिंग, औकात में रह
लेकिन नहीं मोदी जी बात नहीं करेंगे
बात करेंगे विदेश मंत्री?
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