Ruby Arun

Sunday, 13 August 2023

Manipur violence root cause is drug buisness


 ** After #Investigation my #take of #manipurvoilance **


Everyone is talking about #Manipur. But no one is talking about the true causes of violence.

#Meiteis have been given the status of #tribe so that a huge business of #drugs can be #captured.

The #state_government is also complicit in this.

The drug trade in Manipur is protected by #Burmese drug lords such as Zhang Zhi Ming, Lo Sin Nian and the Wei brothers.


Just like the #Columbian / #Mexico drug lords use #USA and in turn USA use #AFG for #Drug_Laundering with #CIA in tow, #China has been exporting Fentanyl to USA Large scale .

So #Manipur also is hunting ground for #China and forment trouble for our country #India .


And this is the reason why "Saheb" is not able to show his #red_eyes against those responsible for #Manipur_violence.


** मेरी #investigation के बाद #मणिपुर_हिंसा पर मेरी राय **


हर कोई मणिपुर के बारे में बात कर रहा है. लेकिन कोई भी हिंसा के असली कारणों के बारे में बात नहीं कर रहा है.

मैतेई को जनजाति का दर्जा दिया गया है ताकि ड्रग्स के बड़े कारोबार पर कब्ज़ा किया जा सके.

इसमें राज्य सरकार की भी मिलीभगत है.

मणिपुर में नशीली दवाओं के व्यापार को झांग ज़ी मिंग, लो सिन नियान और वेई बंधुओं जैसे बर्मी ड्रग लॉर्ड्स द्वारा संरक्षित किया जाता है.


जैसे कोलंबियाई/मेक्सिको ड्रग माफिया संयुक्त राज्य अमेरिका का उपयोग करते हैं और बदले में संयुक्त राज्य अमेरिका सीआईए के साथ ड्रग लॉन्ड्रिंग के लिए एएफजी का उपयोग करता है, चीन बड़े पैमाने पर संयुक्त राज्य अमेरिका को फेंटेनल का निर्यात कर रहा है.

तो मणिपुर भी चीन के लिए शिकारगाह है और हमारे देश भारत के लिए परेशानी का कारण है.


और यही कारण है कि "साहब" #मणिपुर_हिंसा के जिम्मेदार लोगों के ख़िलाफ़ अपनी #लाल_आँखें नहीं दिखा पा रहे हैं.

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