#वक्त बदलता जरूर है...
जिनके साम्राज्य की बुनियाद ही #डर था.
वो आज खुद #डरे हुए है...
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर #Covid वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट से गायब है.
सरकारी दलील ये है कि,आचार संहिता की वजह से
ऐसा किया गया है.
वाकई? ये दलील मानने योग्य है?
ये कब से #चुनाव_आयोग और #आचार_संहिता
मानने लग गए???
दरअसल 1 मई को #SupremeCourt में एक याचिका दाखिल कर #Covishield वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स की जांच के लिए एक्सपर्ट्स पैनल बनाने की मांग की गई है.
याचिका में ये भी मांग की गई है कि अगर इस वैक्सीन से किसी को नुकसान हुआ है तो उन्हें मुआवजा देने का सिस्टम बनाया जाए.
याचिका का आधार #Covishield बनाने वाली फार्मा कंपनी #AstroZeneca के #UK_Court में दिए गए इस बयान को बनाया गया है जिसमें कंपनी ने ये स्वीकार किया था कि कोविशील्ड वैक्सीन की उसके बनाए #vaccine से थ्रोम्बोसाइटोपेनिया सिंड्रोम #TTS जैसे साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं. #TTS में असामान्य रूप से प्लेटलेट्स की संख्या गिरने लगती है और खून के थक्के बन सकते हैं. ब्रेन डैमेज और हार्ट फेल्योर हो सकता है.
इस फॉर्मूले का लाइसेंस #Pune के #Serum_Institute_of_India को दिया गया था. देश में 175 करोड़ से अधिक भारतीयों को #Covishield टीके लगाए गए थे.
आंकड़े गवाह हैं की #Covid19 महामारी के बाद से ज्यादातर यूथ में दिल का दौरा पड़ने और अचानक होने वाली मौतों की संख्या बढ़ी है.
#Serum_Institute_of_India के #CEO #AdarPoonawala ने 52.5 करोड़ रुपए #ElectoralBond के मार्फत मोदी जी को चंदा भी दिया है.